सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा
कार्तिक कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि तदनुसार (रविवार) दिनांक 05 नवंबर, 2023 को मिथिलांचल का प्रसिद्ध, ऐतिहासिक, पुरातत्त्विक, धार्मिक तीर्थ - स्थल और आस्था का केन्द्र "बाबा मुक्तेश्वरनाथ धाम" की पावन भूमि पर विश्व कल्याणार्थ "सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा" महामृत्युंजय जप एवं रुद्राभिषेक का महाआयोजन किया जा रहा है। इस कल्याणकारी एवं मंगलमय आयोजन में आप सपरिवार, इष्ट मित्रगण सहित सादर आमंत्रित हैं। इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें एवं बाबा मुक्तेश्वरनाथ का दर्शन - लाभ प्राप्त कर अपने जीवन को कृतार्थ करें और पुण्य का भागीदार बनें।
पार्थिव पूजा से जुड़ी पौराणिक कथा
मान्यता है कि भगवान शिव का पार्थिव पूजन सबसे पहले भगवान राम ने किया था। भगवान श्री राम ने लंका पर कूच करने से पहले भगवान शिव की पार्थिव पूजा की थी। कलयुग में भगवान शिव का पार्थिव पूजन कूष्माण्ड ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था। जिसके बाद से अभी तक शिव कृपा बरसाने वाली पार्थिव पूजन की परंपरा चली आ रही है। मान्यता यह भी है कि शनिदेव ने अपने पिता सूर्यदेव से ज्यादा शक्ति पाने के लिए काशी में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की थी।
पार्थिव शिवलिंग की पूजा के लाभ
मान्यता है कि सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी बड़ी से बड़ी बाधाएं दूर और कामनाएं पूरी होती हैं। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने वाले शिव साधक के जीवन से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है। शिवपुराण के अनुसार पार्थिव पूजा करने वाले साधक को भगवान शिव के आशीर्वाद से धन-धान्य, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और वह सभी सुखों को भोगता हुआ अंत में मोक्ष को प्राप्त होता है।
महत्वपूर्ण विवरण
आमंत्रण पत्र
❖ भूमि पूजन एवं मिट्टी संग्रह - रविवार, 21 मई, 2023
❖ सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा - रविवार, 05 नवंबर, 2023
❖ महामृत्युंजय जप एवं रुद्राभिषेक - रविवार, 05 नवंबर, 2023
भक्तों से अनुरोध
✔ अपने प्रियजनों को पूजा में आमंत्रित करने के लिए आमंत्रण - पत्र डाउनलोड करें और उन्हें भेजें।
✔ ऐतिहासिक महापूजा को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवक बनकर पार्थिव शिवलिंग पूजा समिति का सहयोग करें।
✔ पार्थिव शिवलिंग पूजा-स्थल पहुंचने के लिए गूगल मैप दिशा-निर्देशों का भी पालन कर सकते हैं।
कार्यक्रम विशेषता
सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा के ऐतिहासिक महाआयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और इसे भव्य एवं सफल बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ सहयोग और योगदान पार्थिव शिवलिंग पूजा समिति को प्रदान करें।
संकल्पित ऐतिहासिक महाआयोजन एक नजर में !
1,25,00,000
पार्थिव शिवलिंग
1100
पंडित और पुजारी
101
पूजा एवं हवन कुण्ड
100+
गांवों की भागीदारी
100+
स्वयंसेवक
पार्थिव शिवलिंग पूजा समिति
कार्यक्रम योजना
भूमि पूजन एवं मिट्टी संग्रह
रविवार, 21 मई, 2023
सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा
रविवार, 05 नवंबर, 2023
महामृत्युंजय जप एवं रुद्राभिषेक
रविवार, 05 नवंबर, 2023
महायज्ञ पूर्णाहुति
रविवार, 05 नवंबर, 2023
मीडिया कवरेज
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सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजा
05 नवंबर, 2023, रविवार